प्राचीन काल में आदि मानव द्वारा पत्थरों को आपस में रगड़कर अग्नि का अविष्कार हुआ था अग्नि के अविष्कार के बाद ईंधन की उपयोगिता बढ़ती चली आ रही है। प्राचीनकाल से ही मानव ईंधन का उपयोग करता आ रहा है। आज ईंधन मानवीय सभ्यता के विकास की रीढ़ बन चुका है किसी भी देश की अर्थव्यवस्था में ईंधन का महत्वपूर्ण योगदान है। भारत एक विकासशील देश है जिसमें अनेक उधोग तेजी से विकसित हो रहे है। मल्टीनेशनल कम्पनियों की निगाह भारत पर टिकी हुई है तेजी से बढ़ रहे इन उधोगों के लिए उष्मा, प्रकाश, विधुत तथा आण्विक ऊर्जा आवश्यक होती है जो कि कुछ पदार्थों के जलाने पर प्राप्त की जा सकती है।
ईंधन (Fuels)
“जो पदार्थ जलाने पर ऊष्मा व ऊर्जा उत्पन्न करते है ईंधन कहलाते है।”
या
वे पदार्थ जो वायु या आक्सीजन की उपस्थिति में जलने पर ऊष्मा या ऊर्जा व प्रकाश उत्पन्न करते ईंधन कहलाते है।
ईंधन का वर्गीकरण ~ Classification Of Fuels
ईंधन को उसकी भौतिक अवस्था के आधार पर निम्न भागों में विभाजित किया जा सकता है।
- ठोस ईंधन (Solid Fuels)
- द्रव्य ईंधन (Liquid Fuels)
- गैसीय ईंधन (Gaseous Fuels)
ठोस ईंधन (Solid Fuels)
वे ईंधन जो ठोस अवस्था में होते है, उन्हे ठोस ईंधन कहते है, इन्हे दो वर्गों में विभाजित किया जा सकता है –
- प्राकृतिक ठोस ईंधन (Natural Solid Fuels)
- कृत्रिम ठोस ईंधन (Artificial Solid Fuels)
प्राकृतिक ठोस ईंधन (Natural Solid Fuels)
वे ईंधन जो प्राकृति से प्राप्त होते है प्राकृतिक ठोस ईंधन कहलाते है । जैसे – लकड़ी, कोयला, यूरेनियम आदि ।
कृत्रिम ठोस ईंधन (Artificial Solid Fuels)
वे ईंधन जो मानव द्वारा निर्मित किए जाते हैं कृत्रिम ठोस ईंधन या मानव निर्मित ईंधन कहते है जैसे – लकड़ी का कोयला, चारकोल, कोक इत्यादि ।
द्रव्य ईंधन (Liquid Fuels)
वे ईंधन जो द्रव्य अवस्था में पाए जाते है, द्रव्य ईंधन कहलाते हैं इन्हे भी दो भागों में वर्गीकृत किया जा सकता है –
- प्राकृतिक ठोस ईंधन (Natural Solid Fuels)
- कृत्रिम ठोस ईंधन (Artificial Solid Fuels)
कृत्रिम ठोस ईंधन (Artificial Solid Fuels) – : जैसे – पैट्रोलियम
कृत्रिम ठोस ईंधन (Artificial Solid Fuels) – : जैसे – पेट्रोल, डीजल, केरोसीन, एल्कोहल आदि ।
गैसीय ईंधन (Gaseous Fuels) – : वे ईंधन जो गैसीय अवस्था में पाए जाते हैं, गैसीय ईंधन कहलाते इन्हे भी दो भागों में वर्गीकृत किया गया है –
- प्राकृतिक ठोस ईंधन (Natural Solid Fuels)
- कृत्रिम ठोस ईंधन (Artificial Solid Fuels)
प्राकृतिक ठोस ईंधन (Natural Solid Fuels) – : जैसे – प्राकृतिक गैस, मार्श गैस आदि ।
कृत्रिम ठोस ईंधन (Artificial Solid Fuels) – : जैसे – L.P.G., प्रोड्यूसर गैस, वाटर गैस, कोक गैस आदि ।
आदर्श ईंधन की विशेषताएं ~ Characteristics Of An Ideal Fuel
- यह आसानी से उपलब्ध होना चाहिए ।
- यह सस्ता होना चाहिए ।
- इसका उष्मीय मान उच्च होना चाहिए ।
- ईंधन दहन के बाद इसमें अवशेष जैसे – राख, धुआं, एवं हानिकारक गैसें कम से कम मात्रा में उत्सर्जित होनी चाहिए ।
- इसका भण्डार (Storage) तथा एक स्थान से दूसरे स्थान पर स्थानान्तरण (Transfer) सुविधाजनक होना चाहिए ।
- इसका दहन सरलता पूर्वक होना चाहिए ।
- इसका ज्वलन ताप कम होना चाहिए ताकि यह जल्दी जलना शुरू हो जाए ।
- इसका दहन नियन्त्रण में होना चाहिए ।
- स्वास्थ के लिए हानिकारक नहीं होना चाहिए।
- अच्छे ईंधन से पर्यावरण प्रदूषण नहीं होना चाहिए ।