Artificial Intelligence (AI) तकनीक क्या है?
AI तकनीक एक तरीका है जो मशीनों को इस तरह से काम करने की क्षमता देता है कि वे मनुष्यों की तरह कार्य कर सकें। यह तकनीक सांख्यिकीय (statistical) और गणितीय (mathematical) मॉडलों का उपयोग करती है, ताकि कंप्यूटर या मशीनों के द्वारा ऐसे कार्य किए जा सकें जो आमतौर पर मनुष्य करते हैं। AI तकनीक के कुछ उदाहरण निम्नलिखित हैं:
- आर्टिफिशियल न्यूरल नेटवर्क (Artificial Neural Network)
- हेयूरिस्टिक्स (Heuristics)
- मार्कोव डिसीजन प्रोसेस (Markov Decision Process)
- नेचुरल लैंग्वेज प्रोसेसिंग (Natural Language Processing)
AI के प्रकार
- कमजोर बुद्धिमत्ता (Weak AI):
- इसे नैरो AI भी कहा जाता है। यह केवल एक विशेष कार्य या समस्या को हल करने के लिए होता है। यह मशीन अपनी सीमित कार्यक्षमता के कारण स्मार्ट नहीं होती, लेकिन इसे इस तरह से डिजाइन किया जाता है कि यह स्मार्ट नजर आती है।
- उदाहरण: जब आप लूडो गेम में कंप्यूटर के साथ खेलते हैं, तो कंप्यूटर के टोकन अपने आप बढ़ते हैं, यह पहले से निर्धारित नियमों के आधार पर काम करता है।
- मजबूत बुद्धिमत्ता (Strong AI):
- इसका लक्ष्य ऐसी मशीनें बनाना है जो इंसानों की तरह सोच और काम कर सकें। Strong AI का उद्देश्य मशीनों को इंसान की तरह बौद्धिक क्षमता प्रदान करना है।
- अभी तक इसका कोई सही उदाहरण नहीं है, लेकिन कुछ इंडस्ट्री इस तकनीक को विकसित करने के करीब पहुँच रही हैं।
- प्रतिक्रियाशील मशीनें (Reactive Machines):
- ये मशीनें बहुत ही बेसिक होती हैं, क्योंकि ये पुरानी जानकारी या अनुभव को याद नहीं रख सकतीं। ये केवल वर्तमान स्थिति पर प्रतिक्रिया करती हैं।
- उदाहरण: IBM का डीप ब्लू, जिसने शतरंज के ग्रैंड मास्टर कास्परोव को हराया, यह एक Reactive Machine था।
- आत्म जागरूकता (Self-Awareness):
- यह AI की एक ऐसी तकनीक है जिसमें मशीन को अपनी चेतना और बुद्धिमत्ता का एहसास होता है। इसे एक तरह का ह्यूमन AI भी कह सकते हैं। फिलहाल, ऐसी कोई मशीन उपलब्ध नहीं है, लेकिन भविष्य में यह संभव हो सकता है।
- सीमित स्मृति (Limited Memory):
- इस प्रकार के AI सिस्टम पिछले अनुभवों का उपयोग करके भविष्य के निर्णय लेने में मदद करते हैं। यह सिस्टम खुद से सीखते हैं और बदलते हुए हालात के हिसाब से प्रतिक्रिया देते हैं।
- उदाहरण: Self-driving cars में सीमित स्मृति का उपयोग किया जाता है, जो अपने अनुभवों से निर्णय लेते हैं।
- मस्तिष्क का सिद्धांत (Theory of Mind):
- इस प्रकार के AI को लोगों की भावनाओं, विश्वासों, विचारों, और समाजिक इंटरएक्शन को समझने और उस पर प्रतिक्रिया करने की क्षमता होती है। हालांकि, इस तकनीक पर कई प्रयोग किए गए हैं, लेकिन अभी तक ऐसा कोई AI सामने नहीं आया जो पूरी तरह से इस सिद्धांत को लागू कर सके।
इन प्रकारों के माध्यम से AI की दुनिया में विभिन्न तकनीकों का विकास हो रहा है, जो भविष्य में और भी अधिक स्मार्ट और सशक्त हो सकती हैं।