घर्षण किसे कहते है? घर्षण के कितने प्रकार होते है।

घर्षण ~ Friction

दो समान्तर तलों के बीच लगने वाला वह बल जो उसकी गति का विरोध करता है। एवं गति के विपरीत दिशा में कार्य करता है, घर्षण कहलाता है।

घर्षण के प्रकार ~ Types Of Friction

घर्षण निम्न प्रकार के होते है –

  • स्थैतिक घर्षण (Static Friction)
  • सीमान्त घर्षण (Limiting Friction)
  • गतिक घर्षण (Dynamic Friction)

स्थैतिक घर्षण (Static Friction)

जब एक वस्तु दूसरी वस्तु की सतह पर स्थिर होती है अर्थात उसके ऊपर रखी होती है तो दोनों के बीच लगने वाले घर्षण बल को स्थैतिक घर्षण कहते है।

सीमान्त घर्षण (Limiting Friction)

वह अधिकतम बल जिसके बाद बाहरी बल का मान बढ़ाने पर घर्षण बल का मान नहीं बढ़ता है और वस्तु चलने की अवस्था में आ जाती है सीमान्त घर्षण कहलाता है।

गतिक घर्षण (Dynamic Friction)

किसी वस्तु को गति में बनाए रखने के लिए जितने बल की आवश्यकता होती है, उसे गतिक घर्षण कहते है।

घर्षण के लाभ ~ Advantage Of Friction

  • जमीन पर चलने में सहायक होता है।
  • वाहन में ब्रेक लगाने में सहायक होता है।
  • नट – बोल्ट कसने में तथा कील ठोकने में सहायक होता है।
  • कागज या बोर्ड पर लिखने में सहायक होता है।
  • वैल्ट द्वारा घुमाने में सहायक होता है ।

घर्षण की हानि ~ Disadvantage Of Friction

  • गति के लिए अतिरिक्त ऊर्जा का व्यर्थ होना ।
  • मशीनों के पुर्जों की घिसावट होना ।
  • घर्षण बल के विपरीत कार्य करने पर ऊष्मा की उत्पत्ति होना आदि ।

घर्षण को कम करने की विधियां ~ Methods To Reduce Friction

  • पॉलिस द्वारा सतहों को चिकना करके ।
  • स्नेहक द्वारा ।
  • बॉल-बेयरिंग द्वारा ।

घर्षण बढ़ाने की विधियां ~ Methods Of Increasing Friction

  • सतह को खुरदरी बनाकर ।
  • रेत बिछाकर

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