किसी माप में सार्थक अंको का ज्ञान निम्न नियमों के आधार पर होता है-
- सभी अशून्य अंक (Non – Zero Number) सार्थक अंक होते है। जैसे – 46.3598 में 6 सार्थक अंक हैं।
- दो अशून्य अंको (Non – Zero Number) के बीच समस्त शून्य अंक (Zero Number) सार्थक अंक होते है। जैसे – 600.8049 में 7 सार्थक अंक है।
- दशमलव बिन्दु से पहले यदि कोई अशून्य अंक न हो तो दशमलव बिन्दु के तुरन्त बाद के शून्य अंको को छोड़कर संख्या में जितने अंक होते है वे सभी सार्थक अंक होते है । जैसे – 0.002809 में 4 सार्थक अंक हैं।
- यदि दशमलव बिन्दु के पहले कोई अशून्य अंक है तो दशमलव के बाद शून्य या अशून्य रहने पर सभी सार्थक अंक होते हैं । जैसे – 3.0024 में 5 सार्थक अंक है।
- दशमलव बिन्दु के दायीं ओर किसी अशून्य अंक के बाद का शून्य सार्थक अंक होता है। जैसे – 0.46920 में 5 सार्थक अंक है।
- यदि किसी संख्या में 10 की घात वाली संख्या का गुणा हो तो इसका प्रभाव सार्थक अंको की संख्या पर नहीं पड़ता है। जैसे – 6.75 × 106 में 3 सार्थक अंक हैं।
- भिन्न मात्रक चुनने से सार्थक अंको की संख्या नहीं बदलती है जैसे कोई माप 23.46 किलीमीटर हो तो अन्य मात्रकों में यह माप 23460 मीटर, 2346000 सेन्टीमीटर या 23460000 मिलीमीटर होगी लेकिन यहाँ प्रत्येक माप में सार्थक अंको की संख्या 4 ही है।