मूल राशियों के वे मात्रक जो एक दूसरे से पूर्ण रूप से स्वतन्त्र होते है तथा इनमें से किसी एक मात्रक को किसी दूसरे मात्रक से बदला अथवा उससे सम्बन्धित नहीं किया जा सकता है , मूल मात्रक कहलाते है ।
मूल मात्रक सात होते है जो निम्न प्रकार से है –
- लम्बाई
- द्रव्यमान
- समय
- वैधुतधारा
- ताप
- ज्योति – तीव्रता
- पदार्थ की मात्रा
मूल मात्रकों के गुण निम्नलिखित है-
- ये बाहरी कारकों से प्रभावित नहीं होते है।
- ये सुपरिभाषित होते है।
- इन्हे सरलतापूर्वक निर्मित किया जा सकता है।
- इनका उपयोग करना सरल होता है।