Operating System क्या हैं?
Operating System छोटे रूप में इसे OS कहते हैं। OS एक ऐसा कम्प्यूटर प्रोग्राम होता है, जो अन्य कम्प्यूटर प्रोग्रामों का संचालन करता है। ऑपरेटिंग सिस्टम उपयोक्ता (Users) तथा कम्प्यूटर सिस्टम के बीच मध्यस्थ का कार्य करता है। यह हमारे निर्देशों को कम्प्यूटर को समझाता है। Operating System के द्वारा अन्य Software प्रोग्राम तथा Hardware का संचालन किया जाता है। Operating System के बिना कम्प्यूटर एक निर्जीव वस्तु होता है। क्योकि ऑपरेटिंग सिस्टम बेजान हार्डवेयर को काम करने लायक बनाता है और हार्डवेयर के ऊपर अन्य साफ्टवेयर प्रोग्राम्स को भी चलने लायक सुविधा प्रदान करता है।
ऑपरेटिंग सिस्टम के उदाहरण
सबसे आम ऑपरेटिंग सिस्टम हैं: विंडोज़ (Windows), मैकओएस (macOS), लाइनक्स (Linux), एंड्रॉयड (Android), और आईओएस (iOS)। अलग अलग कार्य के लिए अलग अलग ऑपरेटिंग सिस्टम का इस्तिमाल किया जाता है। यहाँ आपको ऑपरेटिंग सिस्टम के नाम लिस्ट शेयर किया हूँ, जो ज्यादातर लोग इस्तेमाल करना पसंद करते है।
Microsoft Windows: ये एक लोकप्रिय ओएस है, जो पर्सनल कंप्यूटर, लैपटॉप, और वर्कस्टेशन पर इस्तेमाल होता है। विंडोज के कुछ वर्जन जैसे Windows XP, Windows 7, Windows 8, Windows 10 और Windows 11।
MacOS: एपल इंक द्वारा डेवलप किया गया एक ओएस है जो सिर्फ एपल के मैकिंटोश कंप्यूटर पर चलता है। MacOS के कुछ पॉपुलर वर्जन हैं: macOS Sierra, macOS High Sierra, macOS Mojave, macOS Catalina, और macOS Big Sur.
Android: ये एक मोबाइल ऑपरेटिंग सिस्टम है जो गूगल द्वारा डेवलप किया गया है। Android, स्मार्टफोन और टैबलेट के लिए बना हुआ है, जैसे Samsung, OnePlus, और Xiaomi के devices.
iOS: Apple Inc. द्वारा विकसित किया गया एक मोबाइल ऑपरेटिंग सिस्टम है, जो सिर्फ Apple के iPhones, iPads, और iPods पर चलता है।
Chrome OS: गूगल द्वारा डेवलप किया गया एक लाइटवेट ऑपरेटिंग सिस्टम है, जो गूगल क्रोमबुक पर चलता है। क्रोम ओएस क्लाउड-आधारित एप्लिकेशन और सेवाएं पर फोकस करता है।
UNIX: एक शक्तिशाली, मल्टी-यूजर, मल्टीटास्किंग ऑपरेटिंग सिस्टम है जो मेनफ्रेम, वर्कस्टेशन, और सर्वर पर चलता है। UNIX के कुछ लोकप्रिय संस्करण हैं: BSD, AIX, HP-UX, और Solaris.
Operating System के प्रमुख कार्य
- कम्प्यूटर सिस्टम को सरल बनाता है- कम्प्यूटर सिस्टम यूजर द्वारा प्रविष्ठ डेटा को बाइनरी सख्या (0, 1) में हो समझता है। लेकिन, यूजर के लिए बाइनरी में निर्देश देना संभव नहीं है। इसलिए, यूजर इंटरफेस को उसकी भाषा में ही तैयार करने की सहुलियत ऑपरेटिंग सिस्टम से मिलती है।
- हार्डवेयर सूचनाओं को छिपा लेता है- जब यूजर कम्प्यूटर को निर्देश देता है तो हार्डवेयर और ऑपरेटिंग सिस्टम के बीच जो वार्तालाप होती है। उसके बारे में हम यानि एण्ड यूजर को पता नहीं चलता है। क्योकि यह जानकारी लिए अनुपयोगी होती है। इसिलए इसे छिपा दिया जाता है।
- सरल मध्यम उपलब्ध करवाता है- आधुनिक ऑपरेटिंग सिस्टम GUI (Graphical User Interface) पर आधारित है। यानि, कमांड देने के लिए किसी भी प्रकार को कोडिंग अथवा प्रोग्रामिंग की जरूरत नहीं पड़ती है। आप जिस काम को करना चाहते हैं उसे बटन अथवा आइकन के जरिए ही पूर्ण कर पाते हैं। आपके डेस्कटॉप आइकन इसका सबसे बढ़िया उदाहरण है। यहाँ से आपको कम्प्यूटर फाइल पर जाना हो तो आप बस My Computer आइकन पर क्लिक करते हैं और पहुंच जाते हैं।
- मध्यस्थता करता है- ऑपरेटिंग सिस्टम का एक काम मध्यस्थाता करना भी होता है। यह यूजर तथा हार्डवेयर के बीच की कड़ी है। यूजर जो भी निर्देश कम्प्यूटर को देता है। यह ऑपरेटिंग सिस्टम के रास्ते ही संबंधित हार्डवेयर तक पहुंचता है।
- संसाधनों का प्रबंधन करता है- आपके कम्प्यूटर सिस्टम में मौजूद संसाधनों का प्रबंधन तथा आवंटन भी ऑपरेटिंग सिस्टम के द्वारा ही किया जाता है। किसी कार्य विशेष को करने के लिए कितनी मेमोरी आवंटित करनी है किस हार्डवेयर को सूचना देनी है। यह सभी कार्य ऑपरेटिंग सिस्टम ही करता है।
ऑपरेटिंग सिस्टम के प्रकार
ऑपरेटिंग सिस्टम के प्रकार को हम उनकी कार्यक्षमता और उपयोग के मामले के आधार पर वर्गीकृत कर सकते हैं। कुछ ऐसी श्रेणियां हैं:
1. Batch Processing Operating System
ये ऑपरेटिंग सिस्टम जॉब या टास्क को बैच में प्रोसेस करता है, जहां टास्क एक साथ इकठ्ठा करके प्रोसेस किए जाते हैं। ये सिस्टम मेनफ्रेम कंप्यूटर में पहले इस्तेमाल होता था।
उदाहरण: IBM OS/360, IBM OS/370
2. Network Operating System
ये ऑपरेटिंग सिस्टम नेटवर्क डिवाइस पर चलते हैं, जैसे राउटर, स्विच, और फायरवॉल।
उदाहरण: IOS, Juniper JunOS, Arista EOS
3. Distributed Operating System
ये ऑपरेटिंग सिस्टम मल्टीपल कंप्यूटर या नोड्स पर चलते हैं, जिनहें एक सिंगल नेटवर्क से कनेक्ट किया जाता है। सिस्टम्स का मुख्य उद्देश्य है रिसोर्सेज और प्रोसेसिंग पावर को कुशलता से मैनेज करना।
उदाहरण: Amoeba, Plan 9, Inferno
4. Time Sharing Operating System
ये ऑपरेटिंग सिस्टम मल्टीपल यूजर्स को एक साथ कंप्यूटर रिसोर्सेज का एक्सेस प्रदान करने के लिए डिजाइन किए गए हैं। इन सिस्टम्स में सीपीयू टाइम और मेमोरी रिसोर्सेज यूजर्स के बीच में बात करता है।
उदाहरण: UNIX, Multics
5. Real-Time Operating System
ये ऑपरेटिंग सिस्टम्स एम्बेडेड सिस्टम्स और इंडस्ट्रियल ऑटोमेशन में इस्तेमाल होते हैं, जहां रिस्पांस टाइम बहुत क्रिटिकल होता है
उदाहरण: QNX, FreeRTOS, VxWorks
6. Embedded Operating System
ये ऑपरेटिंग सिस्टम एम्बेडेड डिवाइस जैसे टीवी, वाशिंग मशीन, और डिजिटल कैमरे में इस्तेमाल होते हैं। ये सिस्टम्स रिसोर्स-कंस्ट्रेन्ड डिवाइसेस के लिए ऑप्टिमाइज्ड होते हैं।
उदाहरण: Embedded Linux, Windows Embedded, Wind River
7. Mobile Operating System
ये ऑपरेटिंग सिस्टम एम्बेडेड डिवाइस जैसे टीवी, वाशिंग मशीन, और डिजिटल कैमरे में इस्तेमाल होते हैं। ये सिस्टम्स रिसोर्स-कंस्ट्रेन्ड डिवाइसेस के लिए ऑप्टिमाइज्ड होते हैं।
उदाहरण: Android, iOS, Windows Phone (अब बंद हो चूका है)
8. Desktop Operating System
ये ऑपरेटिंग सिस्टम पर्सनल कंप्यूटर, लैपटॉप, और वर्कस्टेशन पर चलते हैं।
उदाहरण: Microsoft Windows, MacOS, Linux
9. Server Operating System
ये ऑपरेटिंग सिस्टम सर्वर पर चलते हैं, जो नेटवर्क वाले कंप्यूटर के लिए डेटा स्टोरेज, मैनेजमेंट, और रिसोर्स शेयरिंग प्रदान करते हैं।
उदाहरण: Windows Server, Linux distributions (जैसे Ubuntu Server, CentOS, aur Red Hat Enterprise Linux), UNIX-based systems (जैसे Solaris, AIX, aur HP-UX)
10. Mainframe Operating System
ये ऑपरेटिंग सिस्टम मेनफ्रेम कंप्यूटर पर चलते हैं, जो बड़े पैमाने पर डेटा प्रोसेसिंग और रिसोर्स मैनेजमेंट के लिए इस्तेमाल करते हैं।
उदाहरण: z/OS, z/VM, TPF