संरक्षी तथा असंरक्षी बलों से क्या तात्पर्य है ?

असंरक्षी बल ~ Non – Conservative Force

वह बल जिनके द्वारा किसी वस्तु को एक जगह से दूसरी जगह तक ले जाने में किया गया कार्य का मान पथ पर निर्भर करता है, तो उन बल को असंरक्षी बल कहते है।

असंरक्षी बल के उदाहरण :- श्यान बल, घर्षण बल, अवमन्द बल आदि ।

असंरक्षी बलों के गुण ~ Properties Of Conservative Forces

  • असंरक्षी बल द्वारा किया गया कार्य पथ पर निर्भर करता है।
  • असंरक्षी बल द्वारा एक बन्द पथ में किया गया कार्य का मान शून्य नहीं होता है ।
  • असंरक्षी बल के कारण वस्तु की गतिज ऊर्जा में परिवर्तन हो जाता है।

संरक्षी बल ~ Conservative Force

वह बल जिनके द्वारा किसी वस्तु को एक जगह से दूसरी जगह तक ले जाने में किया गया कार्य का मान पथ पर निर्भर न करता हो, तो उन बल को संरक्षी बल कहते है।

संरक्षी बल के उदाहरण :- गुरुत्वाकर्षण बल, केन्द्रीय बल, चुम्बकीय बल, प्रत्यास्थता बल, लोरेन्ज बल, स्थिर विधुत बल आदि ।

संरक्षी बलों के गुण ~ Properties Of Conservative Forces

  • संरक्षी बल के द्वारा अथवा उसके विरुद्ध किया गया कार्य केवल वस्तु की प्रारम्भिक व अन्तिम स्थितियों पर निर्भर करता है।
  • संरक्षी बल के द्वारा अथवा संरक्षी बल के विरुद्ध किया गया कार्य वस्तु द्वारा अपनाए गए मार्ग पर निर्भर नहीं करता है।
  • किसी वस्तु को किसी बन्द पथ पर एक पूरा चक्कर घुमाने में संरक्षी बल द्वारा अथवा संरक्षी बल के विरुद्ध किया गया कार्य शून्य होता है।
  • किसी वस्तु को विस्थापित करने में संरक्षी बल के विरुद्ध किया गया कार्य वस्तु की स्थितिज ऊर्जा के रूप में संचित हो जाता है जिसे वापस प्राप्त किया जा सकता है।

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